हिमवाणी
शिमलाः स्वयंसेवी संस्था उमंग फाउंडेशन द्वारा 14 से 17 नवंबर तक शिमला के गेयटी थियेटर में फिल्मोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें शिमला के विभिन्न स्कूलों के बच्चों को विकलांगता पर आधारित फिल्में दिखाई गईं। उमंग ने यह आयोजन हिमाचल प्रदेश भाषा एवं संस्कृति विभाग व दिल्ली की संस्था ब्रदरहुड के सहयोग से किया गया।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहर लाल नेहरु की जयंती यानी बाल दिवस पर शुरु हुए इस फिल्मोत्सव का उदघाटन प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष सीएम शर्मा ने किया और इस दौरान शिमला के लगभग 2500 से अधिक बच्चों ने विकलांगता पर आधारित फिल्में देखीं। इसके अलावा स्थानीय लोगों, बाहरी राज्यों से आने-वाले पर्यटकों सहित विदेशी पर्यटकों ने भी इन फिल्मों में खासी रुचि दिखाई।
हिमवाणी से बातचीत के दौरान उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि फिल्मोत्सव में एक से 5 मिनट की अवधि की लगभग डेढ़ दर्जन फिल्मों का फिल्मांकन किया गया और ये फिल्में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत की गई हैं। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान दिखाई गईं फिल्मों का उद्देश्य बच्चों का मनोरंजन करना नहीं बल्कि उन्हें विकलांगता के बारे में संवेदनशील बनाकर एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है।
उन्होंने कहा कि उनकी संस्था द्वारा समय-समय पर ऐसे जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। संस्था की उपलब्धियों के बारे में और जानकारी देते हुए अजय श्रीवास्तव ने बताया कि उमंग फाउंडेशन द्वारा गत वर्ष रक्तदान शिविरों के माध्यम से 700 यूनिट रक्त एकत्रित कर शहर के विभिन्न अस्पतालों को भेजा गया था और संस्था का उद्देश्य इन शिविरों के माध्यम से इस वर्ष एक हज़ार यूनिट रक्त एकत्रित करना है, जिसमें से अब तक 730 यूनिट रक्त का एकत्रिकरण किया गया है।