शिमलाः रौरिक समझौते की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने गुरुवार को शिमला के गेयटी थियेटर में कजाकिस्तान की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया। इस मौके पर अपने संबोधन में प्रो. धूमल ने कहा कि विभिन्न देशों विशेषकर भारत-रुस के बीच के सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कार्यक्रम विश्व बंधुत्व वसुधैव कुटुंबकम् का उत्कृष्ट उदाहरण है।
उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों के समय-समय पर आयोजन को विश्व में शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक बताया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित कलाकारों को हिमाचल आने पर स्वागत किया और उन्हें भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाए जाने का भरोसा दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने रौरिक आर्ट सेंटर में 6 से 15 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों द्वारा लगाई गई चित्रकला प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया।