हेमंत शर्मा
शिमलाः प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कर्मचारियों का समर्थन भाजपा को ही मिलेगा। राय में कर्मचारियों के बिना किसी भी पार्टी की जीत आसान नहीं। इसका परिणाम कांग्रेस को विधानसभा चुनावों को मिल चुका है। कांग्र्रेस कार्यकाल में कर्मचारियों का उत्पीड़न हुआ है। तबादला नीति अपना कर पूर्व सरकार ने सबके साथ खिलवाड़ किया है। यह बात हिमाचल प्रदेश सर्व कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने गुरूवार को एक पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने अब तक के कार्यकाल में सभी वर्गों का विकास किया है।
गोपाल दास वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल का ट्रिब्यूनल बंद करने का निर्णय ऐतिहासिक फैसला है। उन्हाेंने कहा कि चाइना मामले और कर्मचारी दुर्घटना बीमा योजना के नाम पर किए घोटालों की छानबीन कर दोषियों के खिलाफ कडी क़ार्रवाई की जानी चाहिए। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस की कर्मचारी विरोधी नीति के चलते इस बार उसे राय की सभी लोकसभा चुनाव सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ेगा। पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल में चहेतों को फायदा है, जबकि अन्य की अनदेखी की गई है।
वर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार ने 18 महीनों के कार्यकाल में मजदूर की दिहाड़ी, विधवा पेंशन सहित अन्य योजनाओं को लाकर सभी वर्गों को फायदा पहुंचाया है। उन्हाेंने कहा कि जब पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कर्मचारियों का उत्पीड़न हो रहा था तो हमीरपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर ने इसको लेकर कोई आवाज नहीं उठाई, इसलिए उन्हें अपने लिए वोट मांगने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कर्मचारियों का समर्थन भाजपा को मिलेगा और चारों सीटें जितवाने में कर्मचारी अहम भूमिका निभाएंगे।