हेमंत शर्मा
मंडीः प्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। प्रदेश में दोनो प्रमुख दलों कांग्रेस व भाजपा द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना जारी है। मंडी संसदीय सीट से भाजपा के प्रत्याशी राजा महेश्वर सिंह ने इसी संसदीय क्षेत्र कांग्रेस के प्रत्याशी राजा वीरभद्र सिंह पर 37 वर्षों की राजनीति में मंडी क्षेत्रकी अनदेखी का आरोप लगाया है।
मंडी नगर में महेश्वर सिंह ने मंडी बस स्टैंड, नगर नियोजन की समस्याओं व नगर में विकास की कमी को वीरभद्र की जानबुझकर अनदेखी का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि वीरभद्र मात्र चचमों की फौज को पालने में ही मशगूल रहे और इसकी आड़ में उन्होंने मंडी शहर के विकास को ताक पर रख दिया था। उन्होंने कहा कि तीस ब्रीज, टाउन हाल, इंदिरा मार्किट, कारगिल पार्क, मंडी स्टेडियम का कार्य, तहसील कार्यालय, डाईट भवन व अन्य कई बडे विकास कार्य भाजपा सांसदों व भाजपा शासन के समय में ही हुए हैं।
फीते काटने के सिवा वीरभद्र ने मंडी में एक भी कार्य नहीं करवाया। न ही मंडी शहर के लिए कोई बड़ी योजना ला पाए। महेश्वर ने यह भी जोर देकर कहा कि बिजली की खुली तारों की कम वोल्टेज की समस्या से निजात दिलाने हेतु बतौर सांसद वे एपीडीआरपी योजना 2003 में लाए थे जो 2008 तक चली पर वीरभद्र के मुख्यमंत्रितत्व काल में इस पर भी क्रियान्वयन ठीक प्रकार से बिजली बोर्ड को नहीं करने दिया गया। बतौर सांसद उन्होंने मंडी व प्रदेश की आवाज बार-बार सदन में उठाई है तथा परियोजनाओं में मंडी व प्रदेश का हिस्सा मांगा है।
महंगाई के विरोध में वे केंद्र की गरीब तबके को सस्ता राशन प्रदान करने को प्रबल चुनावी मुद्दा मानते हैं। उन्होंने कहा कि अनाज व दाल तो कांग्रेस व वीरभद्र सरकार की मेहरबानी से गरीबों की पहुंच से बाहर हो रहा है। उसे वापस गरीबों की थाली में पहुंचाना व आम जनता को महंगाई से निजात दिलाने हेतु उनकी सबसे बडी प्राथमिकता रहेगी।
उन्होंने अटल सरकार के गरीब परिवारों को 35 किलो अनाज व एपीएल परिवारों को भी भाजपा सरकार द्वारा 20 किलो अनाज सस्ती दरों पर देने के प्रतिबद्धता दोहराई तथा मंडी के मतदाता को इस संदर्भ में जागरूक किया की यदि यह सुविधाएं बहाल करवाना चाहती है तो केंद्र में भाजपा सरकार बनाने में उनका सहयोग करें। उन्होंने यह भी वायदा किया कि शहरी गरीबों के लिए भी रोजगार योजनाएं लाने को प्रयासरत रहेंगे।