HP school board thinks MF Hussain not inspiring enough

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हेमंत शर्मा

शिमलाः हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड  11वीं कक्षा की अंग्रेज़ी के विषय में लगे एम0 एफ0 हुसैन के अध्याय को हटा दिया जाएगा। इसके स्थान पर अब हिमाचल की संस्कृति को उकेरने वाले सरदार शोभा सिंह का अध्याय लगाया जाएगा।

दिलचस्प तो यह है कि यह अध्याय कांग्रेस कार्यकाल में जोड़ा गया था। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार आने पर अध्याय को हटाने पर कांग्रेसी नेताओं ने इसे भगवाकरण की संज्ञा दी है। भटियात से कांग्रेस के विधायक कुलदीप सिंह पठानिया का मानना है कि भाजपा जब-जब भी सत्ता में आती है तो इस तरह के कार्यों को अंजाम देती है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकाल में गांधी-नेहरू से संबंधित अध्यायों को भी हटाया गया है।

उधर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. अशोक कपाहटिया का ने कहा कि एमएफ हुसैन की कलाकृतियां बेशक काबिलेतारीफ है लेकिन उनसे एक विद्यार्थी को प्रेरणात्मक संदेश जैसे देने वाला कोई तथ्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें भगवाकरण की कोई बात नहीं है। कपाहटिया ने कहा कि सरदार शोभा सिंह के अध्याय को इसलिए लगाया जा रहा है कि उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियाें ने आम आदमी के दिल को छुआ है। उन्होंने जिस तरह से हिमाचल की संस्कृति को अपने कलाकृतियों के माध्यम से उकेरा वह वास्तव में ही काबिलेतारीफ है।

गौरतलब है कि 1990 के दशक में एम0 एफ0 हुसैन हिंदू देवी-देवताओं के नग्न चित्र बनाने के चलते चर्चा में रहे थे। हुसैन पर दुर्गा व सरस्वती तथा भारत माता के के नग्न फोटो बनाने के आरोप थे। इसी के चलते वर्ष 1998 में हुसैन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला भी किया गया था।

फरवरी 2006 में एमएफ हुसैन पर आरोप लगाया गया कि वह देवी-देवताओं के नग्न चित्र बनाकर हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहा है। इसको लेकर उनके खिलाफ केस किया गया। इस पर कोर्ट द्वारा उसे समन भी जारी किया गया। लेकिन समन का जवाब न देने पर उसके खिलाफ कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया। हुसैन को विभिन्न संगठनों से मारने की धमकियां भी मिलने लगी। इसके बाद हुसैन को भारत को छोड़ना पड़ तथा अब वे अब लंदन में रह रहा है।

दूसरी ओर सरदार शोभा सिंह ने हिमाचल की संस्कृति को चित्रों पर इस तरह से उकेरा है कि अविस्मरणीय है। शोभा सिंह ने सोणी-माहीवाल, हीर-रांझाा के की तस्वीरों को वास्तव में ही जो धीरता प्रदान की है वह वास्तव में ही प्रशंसनीय है। हालांकि सरदार शोभा सिंह अब हमारे बीच में नहीं है। लेकिन स्कूल शिक्षा बोर्ड का यह फैसला की उनके बारे में आने वाली युवा पीढ़ी जान सके इसके लिए 11वीं कक्षा में सरदार शोभा सिंह से संबंधित अध्याय को जोडा जाएगा ताकि युवा पीढ़ी हिमाचल की संस्कृति से अवगत करवाया जा सके।

प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सीएल गुप्त के अनुसार जमा एक की कक्षा में एमएफ हुसैन के अध्याय को हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके स्थान पर सरदार शोभा सिंह के अध्यायन को लगाने का प्रस्ताव है।

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