हेमंत शर्मा
शिमला: चैत्र नवरात्र उत्सव शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं। चार अप्रैल तक चलने वाले इस नवरात्र उत्सव को लेकर राजधानी सहित प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों में सुरक्षा को कड़ा किया गया है ताकि कोई अप्रिय वारदात घटित न हो। राजधानी शिमला के प्रमुख मंदिरों कालीबाड़ी, तारादेवी, संकटमोचन, संजौली स्थित ढींगू माता मंदिर, सहित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ पर काबू पाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। इसके अलावा बम निरोधक दस्ते भी मंदिरों में तैनाती देंगे। इसकी पुष्टि आईजी कानून एवं व्यवस्था एसआर मरड़ी ने की है।
प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों नयना देवी, चामुंडा देवी, ज्वालाजी, ब्रजेश्वरी माता मंदिर, बैजनाथ मंदिर में भी पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। सभी मंदिर प्रबंधनों ने श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया जाने वाले नारियल पर पाबंदी लगा रखी है। नारियलों को मंदिर से बाहर ही चढ़ाया जा रहा है।
प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ नयना देवी मंदिर के मंदिर अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदिर को सुरक्षा के दृष्टिगत नौ सैक्टरों में बांटा गया है तथा पुलिस के लगभग 232 जवान तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर में एक एलसीडी स्क्रीन भी लगाई गई है ताकि लोगों में धैर्य बना रहे तथा कतारों में लगने के साथ-साथ वे माता के दर्शन भी करते रहे। इसी तरह मंदिर को 16 सीसी टीवी स्क्रीनों से लैस किया गया है। इसी तरह कांगड़ा जिले के प्रमुख मंदिरों चामुंडा माता, ब्रजेश्वरी माता मंदिर में भी सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है तथा श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ पर काबू पाने के लिए चामुंडा मंदिर में 150 जवानों की तैनाती की गई है। इनमें से 100 पुलिस कर्मी तथा 50 होमगार्ड के कर्मी है। मंदिर में सीसी टीवी कैमरों की भी व्यवस्था की गई है।