बर्फ में वाहन सावधानी से चलाएँ

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द्वारा: नितिन

मौसम के पहले हिमपात के साथ ही ख़बर आयी कि जिला शिमला के खड़ापत्थर के पास एक जीप दुर्घटना ग्रस्त हो गई, जिसमे २ लोगों की मौत हो गई। समाचार पत्रों के अनुसार सुबह ८ बजे यह हादसा हुआ। सड़क पर बर्फ की हल्की चादर थी जिस पर जीप फिसल कर दुर्घटना ग्रस्त हो गई। हर वर्ष सर्दियों के मौसम में बर्फ पर कई सारे हादसे होतें हैं। बर्फ पर गाड़ी चलाते समय कुछ सावधानियाँ जरूरी हैं। यहाँ मैं कुछ सावधानियों के बारे में बताना चाहूँगा।

गाड़ी की गति पर नियन्त्रण रखें। ध्यान रखें कि सड़क के दोनों और बर्फ जमने से सड़क ट्रैफिक के लिए काफी कम रह जाती है। ऐसे में यदि आप तेज़ गति से वाहन चलाएँगे तो दुर्घटना की सम्भावना बढ़ जाती है।

गाड़ी को हमेशा भारी गेयर में चलायें। इससे गाड़ी की गति पर नियंत्रण रहता है। बर्फ पर कभी भी ब्रेक न लगायें। बर्फ पर सबसे ज्यादा हादसे ब्रेक लगाने से ही होते हैं। गाड़ी की गति कम करने के लिए भारी गेयर लगायें। जहाँ तक हो सके सड़क के बीच में न चलें बल्कि किनारे कि तरफ़ चलें। मोड़ पर गाड़ी बाहर ले जाकर काटें। यदि सामने से कोई गाड़ी अचानक आ जाती है तो आपको साइड देने में दिक्कत नहीं होगी, न ही अचानक ब्रेक लगानी पड़ेगी। लगातार हार्न का प्रयोग करें। इससे आप सामने वाले को अपनी उपस्थिति का अहसास कराते रहेंगे।

अपनी गाड़ी को वजनी रखें। इस के लिए जितने ज्यादा लोग गाड़ी में बैठे होंगे उतना ही गाड़ी में वजन ज्यादा होगा और गाड़ी के फिसलने कि सम्भावना कम होगी। जहाँ तक हो सके अकेले वाहन में यात्रा न करें। अगर जाना अवश्यक हो तो लिफ्ट जरुर दीजिये। गाड़ी में बर्फ हटाने के कुछ औजार भी रखें। अगर आप कि गाड़ी बर्फ में फस जाए तो यह बहुत काम आएंगे। साथ ही कुछ खाली बोरियां भी रखें। यदि आपकी गाड़ी फिसल कर नाली में जा फसे तो इन्हें टायर के नीचे डाल कर गाड़ी पीछे करने की कोशिश करें।

बर्फ में सब से बढ़िया गाड़ी वही है जिसमे फ्रंट व्हील ड्राइव सुविधा हो। यह गाडियाँ बर्फ पर चलने में सबसे अधिक सक्षम हैं। साथ ही अपने टायर की हालत पर भी गौर करें। पुराने गंजे टायर आप को मुसीबत में फंसा सकते हैं। टायर नए हो तो बेहतर होगा। यह रोड पर ग्रिप बनाने में सहायता करते हैं।

रात में बर्फ पर यात्रा करने से बचें। आसमान यदि साफ़ हो तो रात को बर्फ पर बिल्कुल भी यात्रा न करें। इससे बर्फ और अधिक जम जाती है और फिसलन बहुत अधिक हो जाती है। यह बात दिन में यात्रा करने पर भी लागू होती है। सड़क के साफ़ होने तक इंतज़ार करें। सड़क साफ़ करने के बाद उस पर मिट्टी डाली जाती है जिससे फिसलन कम हो जाती है। सड़क पर मिट्टी डलने पर ही यात्रा करना सुरक्षित होगा।

बर्फ में यात्रा करते समय कभी भी मदिरा का सेवन न करें। मदिरा से आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है और आप को गर्मी का एहसास होने लगता है। यदि यह कृत्रिम गर्मी बरकार न रखी जा सके तो आपका शरीर का तापमान गिरने लगता है और शरीर में एंठन बैठ जाती है। मृत्यु भी हो सकती है। इस लिए मदिरा का सेवन खतरनाक है। अपने शरीर को बाहर के तापमान से स्वयं सामंजस्य बिठाने दें।

यात्रा के दौरान अपने मोबाइल फ़ोन को अपनी जेब में ही रखें। इसे गाड़ी के डैशबोरड आदि पर न रखें। भगवान न करे, यदि कोई दुर्घटना घट जाती है तो यह संपर्क साधने में काम आयेगा। दुर्घटना के समय मृत्यु चोटों से कम और मौसम की मार से ज्यादा होती हैं। पर्याप्त गरम कपड़े पहने रखें, जो आपके शरीर को ज्यादा से ज्यादा समय तक गर्म रखने में मदद करें। साथ ही गाड़ी में पानी की बोतलें भी पर्याप्त मात्रा में रखें। भले बाहर ठण्ड हो लेकिन शरीर को पानी की आवश्यकता होती है और दुर्घटना के समय यह पानी शरीर को सबल प्रदान करता है।

यह कुछ सावधानियां दुर्घटना से बचने के लिए आवश्यक हैं। सड़कों पर सावधानी लेकर चलने में ही भलाई है। सड़क पर यात्रा का मूल मंत्र भी यही है – सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।

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