धूमधाम से मनाया गया 62वां हिमाचल दिवस

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हिमवाणी

शिमलाः 62वां हिमाचल दिवस आज पूरे प्रदेश में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राज्य स्तरीय समारोह बिलासपुर जिला के घुमारवीं में आयोजित हुआ जिसमें मुख्य सचिव आशा स्वरूप ने ध्वजारोहण किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने युवाओं का आहवान किया कि वे अपनी उर्जा का गुणात्मक उच्च शिक्षा अधोसंरचना का समुचित लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को छात्रों को प्रेरित करने का दायित्व बखूबी निभाना चाहिए तथा उन्हें छात्रों को कृषि एवं बागवानी गतिविधयों में आधुनिकता लाने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए।मुख्य सचिव ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग तथा जलवायु परिवर्तन के कारण पर्यावरण आज विश्वभर में एक नई चुनौती बन कर उभरा है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे पानी का समुचित उपयोग सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने वर्षा जल प्रबंधन की महत्ता पर बल देते हुए लोगों से इसे अपनाने का भी आहवान किया। प्रदेश के जिला स्तरीय समारोहों में उपायुक्तों द्वारा ध्वजारोहरण किया गया। शिमला में उपायुक्त अमर सिंह राठौर, सोलन में उपायुक्त डाक्टर अमनदीप गर्ग, सिरमौर में उपायुक्त पुष्पेंद्र राजपूत, मंडी में उपायुक्त ओंकार शर्मा, कुल्लू में उपायुक्त एम सुधा देवी, हमीरपुर में उपायुक्त अभिषेक जैन द्वारा ध्वजारोहण किया गया।

राजधानी शिमला में जिला स्तरीय समारोह ऐतिहासिक रिज मैदान पर धूमधाम से मनाया गया। उपायुक्त शिमला अमर सिंह राठौर ने ध्वजारोहण किया तथा जिला पुलिस, यातायात पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट व गाईड द्वारा प्रस्तुत आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने किया। अपने बधाई संदेश में श्री राठौर ने हिमाचल प्रदेश को आगे ले जाने में इस पहाड़ी प्रदेश के मेहनतकश लोगों के योगदान की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज के दिन वर्ष 1948 में छोटी-छोटी 31 पहाड़ी रियासतों का विलय कर हिमाचल प्रदेश अस्तित्व में आया। वर्ष 1954 में बिलासपुर रियासत का विलय हिमाचल में हुआ जबकि एक नवंबर 1966 में राज्य के पुनर्गठन के वक्त भाषायी आधार पर पंजाब के क्षेत्रों को हिमाचल में मिलाया गया जिससे चार और जिलों का उदभव हुआ। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि हिमाचल प्रदेश ने अपनी प्रकृति, पर्यावरण, समृध्द सांस्कृतिक धरोहर व उच्च जीवन मूल्यों को बहुत हद तक संरक्षित किया है और इसका बेहतर विकास किया है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम समारोह का मुख्य आकर्षण रहा जिसमें शिमला के विभिन्न स्कूलों ने अपनी मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से स्थानीय जनता के साथ देशी व विदेशी पर्यटकों का भरपूर मनोरंजन किया। इस अवसर पर रावमापा लक्कड़ बाजार की छात्राओं ने हिमाचली नाटी, लोरेटों ताराहॉल ने गुजराती नृत्य, आर्य समाज स्कूल ने लुड्डी, रीगल पब्लिक स्कूल के नन्हें-नन्हें बच्चों ने फैंसी ड्रेस शो, एसडी स्कूल ने चम्बयाली लोक नृत्य जिसेस एंड मैरी स्कूल ने हरियाणवी, केंद्रीय तिब्तियन स्कूल ने लायन मास्क डांस तथा रावमापा पोर्टमार की छात्राओं ने पहाड़ी नाटी प्रस्तुत की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शिमला आरएम शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त मीरा मोहंती, एडीएम रामेश्वर शर्मा व गोपाल शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन, सहायक आयुक्त यूएस कमल, एसडीएम मान सिंह वर्मा तथा शिमला नगर निगम के पाषर्दगण उपस्थित थे।

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