परीक्षा की तिथियों में फेरबदल, छात्रों का फूटा गुससा

0

हेमंत शर्मा

शिमला: हिमाचल प्रदेश में 13 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव होने के मद्देनजर हुए परीक्षा की तिथियों में फेरबदल किया गया है, जिसके कारण बीएड की परीक्षाएं अब मई माह में समाप्त होगी। तिथियों में फेरबदल के पश्चात बीएड छात्रों में काफी रोष व्याप्त है। छात्रों ने विवि प्रशासन को चेतावनी दी है कि परीक्षाओं को लोकसभा चुनाबो से न जोड़ें। बीएड परीक्षा की तिथियों में फेरबदल होते ही बवाल मचना शुरू हो गया है।

छात्रों की माने तो चुनाव 13 मई को है, लेकिन 11 मई वाली परीक्षा की तिथि को नहीं बदलनी चाहिए। लोकसभा चुनावों ने प्रदेश के बीएड छात्रों को उलझ में डाल दिया। ऐसे में संभवत: बीएड परीक्षाओं पर लोकसभा चुनाव भारी दिख रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार को निर्णय लिया कि बीएड परीक्षाओं की तिथियों में फेरबदल कर दिया। हालांकि विवि प्रशासन को चुनावों की तिथि पहले ही मालूम थी, लेकिन अंतिम क्षणों में परीक्षा तिथियों में फेरबदल करने का निर्णय लिया है। विवि के परीक्षा नियंत्रक एएस गुप्ता के अनुसार बीएड की दो परीक्षाओं के लिए तिथियों में उलटफेर कर छात्रों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं।

बताया गया कि 11 मई को होने वाली छठे पेपर की परीक्षा अब 26 मई को तथा 15 मई को होने वाली सातवें पेपर की परीक्षा 29 मई को होगी। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत बीएड प्रथम व द्वितीय वर्ष सालाना परीक्षा की तिथियों में फेरबदल किया है। विवि प्रशासन द्वारा इस निर्णय के बाद छात्रों में गुस्सा फूट गया है और ताल ठोंकने का ऐलान भी किया। जानकारी के अनुसार तिथियों में परिवर्तन होने के साथ ही अब टीचिंग प्रैक्टिस (टीपी) पर भी प्रभाव पडेग़ा। ऐसे में एमएड में प्रवेश पाने में भी छात्रों को दिक्कतें आ सकती हैं। विवि प्रशासन की माने तो पेपर छठा व सातवें पेपर को छोड़ अन्य पेपरों की परीक्षाओं की तिथियों में फेरबदल नहीं किया गया। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक एएन गुप्ता के अनुसार सिर्फ दो पेपरों की तिथियों में परिवर्तन किया गया है शेष परीक्षाओं को ज्यों का त्यों रखा गया है।

Previous articleMicro-observers for Himachal
Next articleचायल के सेंकचुरी एरिया में लगी आग

No posts to display